Covid-19 के Vaccine के रेस में भारत की 7 भारतीय फार्मा कंपनियां, जाने किस चरण पर है प्रक्रिया
कोरोना वायरस संक्रमण का टीका (Coronavirus Vaccine) तैयार करने में दुनियाभर के अलग अलग कंपनी के साथ भारत की सात फार्मा कंपनियां भी जुटी हैं। वहीं Covid-19 vaccine के लिए कई देश प्रोसेस पूरा होने का दावा करती है। लेकिन क्या असल में vaccine आ चूका है?

वैश्विक स्तर पर इस जानलेवा महामारी के प्रसार को रोकने के लिए टीका बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। दुनियाभर में अब तक 1.4 करोड़ लोग इस वायरस से संकमित हो चुके हैं। अब तक यह महामारी वैश्विक स्तर पर 6 लाख से अधिक लोगों की जान ले चुकी है।
7 कंपनी है जो Covid-19 Vaccine पर काम कर रहे है?
भारत बायोटेक (Bharat Biotech), सीरम इंस्टिट्यूट (Serum Institute of India), जायडस कैडिला (Zydus Cadila), पैनेशिया बायोटेक (Panacea Biotech), इंडियन इम्यूनोलॉजिकस (Indian Immunological), मायनवैक्स (Mynvax) और बायोलॉजिकल ई (Biological E) कोविड-19 का टीका (COVID-19 Vaccine) तैयार करने का प्रयास कर रही है।
भारत बायोटेक Covaxin:
भारत बायोटेक को वैक्सीन कैंडिडेट कोवैक्सीन (Covaxin) के पहले और दूसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण की अनुमति मिली है। हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने पिछले सप्ताह रोहतक के परास्नातक चिकित्सा विज्ञान संस्थान में अपने टीके कोवैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू कर दिया है।
वहीं भारतीय औषधि नियामक से कंपनी को सार्स-कोव-2 वैक्सीन के पहले और दूसरे चरण क्लिनिकल परीक्षण की मंजूरी मिली है। कंपनी ने यह टीका भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थन (NIV) के साथ सहयोग से विकसित किया है।
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया - AstraZeneca-
इसके अलावा सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया को उम्मीद है कि वह इस साल के अंत तक कोविड-19 का टीका तैयार कर लेगी। सीरम इंस्टिट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदर पूनावाला ने कहा, फिलहाल हम एस्ट्रजेनेका (AstraZeneca) ऑक्सफोर्ड वैक्सीन पर काम कर रहे हैं, जिसका तीसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण चल रहा है। हम अगस्त, 2020 में भारत में मानव परीक्षण शुरू करेंगे।
हालांकि, कोई वैक्सीन बनाने के लिए कई साल परीक्षण और उसके बाद उत्पादन के लिए अतिरिक्त समय की जरूरत होती है। लेकिन इस महामारी की वजह से वैज्ञानिक कुछ महीनों में इसका टीका बनाने की उम्मीद कर रहे हैं।