India Vs China: डोभाल-वांग बातचीत, टाइगर अभी जिंदा है, निकाल दी चीन की हैकड़ी, ज़रूर पढ़े
चीन अभी पूरे विश्व स्तर पर सभी मौर्चो पर बहुत ही बुरी तरह से घिरा हुआ है। एक तरफ जहां भारत के साथ सीमा विवाद मे फँसा हुआ है वही अमेरिका और अन्य देशो के साथ भी अनबन लगातार बढ़ती जा रही है। इसी बीच भारत के विघ्नहर्ता अजीत डोभाल ने मौर्चा संभाला और चीन के विदेश मंत्री से लगातार 2 घंटो तक फ़ोन पर चर्चा किया।

चर्चा के बाद जैसे चीन का मिज़ाज ही बदल गया हो| अब पूर्वी लद्दाख में भारत से तनातनी के बीच नरमी के संकेत देते हुए चीन ने सोमवार को कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिकों को हटाने के लिए सहमति बनी है और इसे जल्द से जल्द लागू किया जाना चाहिए।
वांग 30 जून की बैठक और पिछले दो प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता का हवाला दे रहे थे, जिसमें एक लेह के 14वे कॉर्प्स कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और साउथ जिनजियांग मिलिट्री रिजन के मेजर जनरल लियू लिन के बीच हुई थी।
India Vs China: दोनों पक्षों की चौकियों पर तनाव कम करने की प्रक्रिया
सोमवार को शाम को जारी बयान में कहा गया, “दोनों देशों के बीच हाल में सैन्य और कूटनीतिक बैठको में जो प्रगति हुई है उसका दोनों पक्ष स्वागत करता है। इस बात पर सहमति बनी है कि बातचीत जारी रखेंगे। इसके साथ ही, यह जोर दिया गया है कि दोनों देशों के कमाडर स्तर पर की वार्ता में जो सहमित बनी है उसे जल्द से जल्द लागू करने पर जोर दिया जाएगा ताकि दोनों पक्षों की अग्रिम चौकियों पर तनाव कम करने की प्रक्रिया पूरी की जा सके।”
चीन का बयान ऐसे वक्त पर आया जब कुछ देर पहले सोमवार की दोपहर बाद भारत की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि दोनों पक्षों में सहमित बनी है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास टकराव कम करने की प्रक्रिया जल्द तेज किया जाएगा। साथ ही, सीमा के इलाकों में चरणबद्ध तरीके से तनाव कम करना सुनिश्चित किया गया।
India Vs China: कूटनीतिक बातचीत का नई दिल्ली और बीजिंग ने स्वागत किया है
बीजिंग ने वर्तमान द्विपक्षीय संबंधों को ‘जटिल स्थिति’ करार देते हुए कहा कि दोनों पक्षों को “रणनीति निर्णय का पालन करना कि वे एक दूसरे के लिए खतरा नहीं हैं।“ चीन के विदेश मंत्री वांग यी और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल के बीच रविवार को हुई बातचीत के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने एक जारी बयान में कहा कि पिछले महीने के सीमा पर संकट के समाधान को लेकर हाल में सैन्य और कूटनीतिक बातचीत का नई दिल्ली और बीजिंग ने स्वागत किया है।
India Vs China: क्या फ़ैसला हुआ दोभल के बातचीत से
15 जून को जिस जगह पर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आई थीं, अब वहां से चीनी सेना करीब एक किमी. पीछे हट गई है| सेनाओं के बीच लगातार सैनिकों को पीछे हटाने को लेकर मंथन चल रहा था, ऐसे में ये इस प्रक्रिया का पहला पड़ाव माना जा रहा है|
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर गलवान घाटी में हिंसा वाले स्थल के पास से चीनी सेना करीब एक किमी. पीछे हट गई है| सूत्रों की मानें, तो दोनों देशों की सेना ने रिलोकेशन पर सहमति जाहिर की है और सेनाएं मौजूदा स्थान से पीछे हटी हैं. गलवान घाटी के पास अब बफर जोन बनाया गया है, ताकि किसी तरह की हिंसा की घटना फिर ना हो पाए|
चीनी सेना ने अपने टेंट, गाड़ी और सैनिकों को पीछे हटाना शुरू कर दिया है| आर्मी के सूत्रों के अनुसार, चीनी करीब एक किमी. पीछे गए हैं, जो भारतीय हिस्से से देखा जा सकता है|