India Vs China: भारत-चीन सीमा पर लगातार बढ़ रही सैनिको की संख्या, 4 मोर्चों पर दोनों देश आमने-सामने
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तनाव को कम करने के लिए मंगलवार को भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत हुई है| भारत और चीन (India Vs China)के सैन्य कमांडरों के बीच बीते दिन 12 घंटे से भी लंबी चली बातचीत के नतीजे को लेकर हालांकि अब तक कोई आधिकारिक बयान तो सामने नहीं आया है|

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को लद्दाख का दौरा करेंगे साथ ही तत्कालीन सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी ताजा हालात की समीक्षा करने जाएंगे।
एयर वाइस मार्शल के अनुसार चीन तनाव घटाने की दिशा में कोई खास काम नहीं कर रहा है। इसके उलट उसके सभी रिजर्व सैन्य बल को बुलाने सूचना है। हालांकि भारत और चीन के बीच में सैन्य कमांडरों के स्तर पर वार्ता आगे भी जारी रहेगी। भारत-चीन सीमा विवाद से जुड़ा वर्किंग ग्रुप अपना काम कर रहा है। कूटनीतिक प्रयास भी काफी तेज हो गए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फ्रांस के विदेश मंत्री के साथ-साथ अब अन्य देशों के समकक्षों को हालत के बारे में ब्रीफ करना आरंभ कर दिया है।
India Vs China: चीन ने किया है युद्ध की तयारी
चीन ने सीमा पर सैन्य जमावड़े को काफी अधिक बढ़ा लिया है। तिब्बत से लेकर लद्दाख से एक हजार किमी दूर तक उसके सैनिक, तोप, टैंक, यूएवी, फाइटरजेट सब तैनात हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसकी सेना को लद्दाख सीमा तक पहुंचने में 48 घंटे ही लगेंगे। चीन के प्रवक्ता और पड़ोसी देश के विदेश मंत्री यांग यी का वक्तव्य लगातार किसी शांति के ठोस प्रयास का संकेत नहीं दे रहा है।
India Vs China: भारत ने भी मुहतोड़ जवाब के लिए कमर कस ली है
चीन के सामानांतर भारत भी अपनी सैन्य शक्ति लद्दाख में तैनात कर रही है। तोप, टैंक, आकाश प्रतिरक्षी मिसाइल, अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान, लड़ाकू हेलीकाप्टर और लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए सी-130 जे हरक्युलिस, एन-31, आई-76, आईएल-78 किसी भी मिशन पर जाने में सक्षम है।
वायुसेना ने चीन की चुनौती को ध्यान में रखकर अपनी सभी एयरफोर्स स्टेशन को सतर्क कर रखा है। इस बीच नौसेना ने फास्ट ट्रैक बोट, पेट्रोलिंग वेसेल्स, अटैकिंग में सक्षम बोट्स भी लद्दाख क्षेत्र में तैनात करना शुरू कर दिया है।
India Vs China: कौन कौन से मोर्चे पर है तनाव
जिस तरह से दोनों तरफ से सैनिकों का जमावड़ा बढ़ा है वो आपसी भरोसे की कमी साफ दिखलता है। वैसे भी चीन पर भरोसा करना काफी मुश्किल है. पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच इस समय चार प्वाइंट्स पर तनाव हैं।
1. पैंगॉन्ग त्सो में फिंगर-4 रिजलाइन
2. गलवान वैली पेट्रोल प्वाइंट-14
2. हॉट स्प्रिंग्स में पेट्रोल प्वाइंट्स 15 और 17-ए
India Vs China: भारत शांति, सद्भाव का पक्षधर है, चीन ने युद्ध थोपा तो लड़ेंगे
भारत हमेशा शांति, सद्भाव, संवाद के जरिए द्विपक्षीय हितों को हल करने का पक्षधर है, लेकिन लद्दाख में कोई कमजोरी नहीं दिखाना चाहते। वहीं चीन के राजनयिक, नेता लद्दाख में बनी तनातनी को डोकलाम से ज्यादा खतरनाक होने की लगातार धमकी दे रहे हैं।
विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि चीन के सैनिकों ने लद्दाख क्षेत्र में एकतरफा कार्रवाई की है। उन्होंने मई में वास्तविक नियंत्रण रेखा को बदलने का प्रयास किया।
15 जून को सुनियोजित तरीके से भारतीय सैनिकों पर हमला बोला और अब गैर जरुरी तथ्य लेकर अड़े हुए हैं।
भारत देश की एकता, अखंड़ता, इसकी संप्रभुता के लिए प्रतिबद्ध है। इस आधार पर सैन्य अफसरों का कहना है कि सेना हर चुनौती से निपटने के लिए हमेशा तैयार है। देश का राजनीतिक नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, सेना उसकी अनुपालना करेगी।